सीपीएम की क्रांति

सीपीएम की क्रांति
हम एक लोकतंत्र में रह रहे हैं! 14 मार्च को हुई घटना और उसके बाद सीपीएम के बंद के दौरान गायब हुए दो सौ लोगों का अब तक कोई अता-पता नहीं है्. हां। कुछ लाशें हैं जो इलाके में इस हालत में पायी गयी हैं. क्या हम बता सकते हैं कि इन्होंने किस बात की कीमत चुकायी? क्या हम इसको लेकर आश्वस्त रह सकते हं कि हमें भी कभी ऐसी ही कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी?

Friday, March 16, 2007

Strike hits life in West Bengal; bus set on fire

Friday, March 16, 2007

A state-owned bus was set on fire in Kolkata Friday morning allegedly by supporters of opposition parties who also disrupted road and rail traffic across West Bengal following a general strike called to protest the police firing in Nandigram on Wednesday.
A state bus was set on fire in Sealdah area of the city Friday morning by bandh supporters, officials said. Except this, no untoward incident was reported from any part of the state, they said adding strong security arrangements were made in all disricts. Private buses did not hit the roads and only a few state-run buses were plying.
Train services in both Howrah and Sealdah divisions were also hit due to picketing at various stations. Squatters blocked tracks at Uttarpara, Rishra, Serampore, Rampurhat and other stations in Howrah division.
Besides squatting, banana leaves thrown on overhead wires also disrupted train movement in Sealdah South section.
Most of the long distriace trains were stranded at different stations due to picketing, officials said.
However, about a dozen flights belonging to diffrent airlines took off for their destinations by 7.15 this morning.
The international and domestic lounges were full with passengers who assembled there long before the strike began.
The strike was called by Trinamool Congress, Congress, SUCI and BJP and a naxalitie faction CPI(ML-Liberation) on a varrying duration of 12 to 24 hours to protest the killing of at least 25 people in police firing on Wednesday.
In Nandigram in East Midnapore district, tension prevailed in the villages two days after the police firing that killed 14 persons.
Trinamool Congress workers blocked Chandipur-Nandigram road with logs and boulders. Blockades were also reported from Mechada, Nandakumar and Tamluk areas of the district. However, strong police pickets were found in some areas of Nandigram. In view of the bandh, examinations of various boards have been deferred.

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नंदीग्राम पर नयी फ़िल्म

यह फ़िल्म 14 मार्च की घटनाओं के सूक्ष्म विवरण के साथ आयी है.

देखें : नव उदारवाद का नया चेहरा बजरिये नंदीग्राम

देखें : विकास के नाम पर लोगों के उजड़ने की कहानी

उन्होंने मेरे पिता को टुकडों में काट डाला

देखें : न हन्यते

नंदीग्राम में 100 से ज्यादा लोग मारे गये हैं, 200 अब भी लापता हैं. वहां महिलाओं के साथ सीपीएम के कैडरों ने बलात्कार किया. बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया है. सीपीएम की इस क्रूरता और निर्लज्जता का विरोध होना चाहिए. हमें नंदीग्राम, सिंगूर और हर उस जगह के किसानों के आंदोलन का समर्थन करना चाहिए, जो अपनी जमीन बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. यह दस्तावेज़ी फ़िल्म किसानों के इसी संघर्ष के बारे में है. यह फ़िल्म नंदीग्राम के ताज़ा नरसंहार से पहले बनायी गयी थी.

नंदीग्राम में जनसंहार के बाद के द्श्‍य

यह फिल्‍म पुलिस द्वारा नंदीग्राम में बर्बर तरीके से की गयी हत्‍याओं एवं उनकी भयावहता व बर्बरता के बारे में है. इसके कई दृ़श्‍य विचलित कर देनेवाले हैं.

नंदीग्राम प्रतिरोध्‍

नंदीग्राम में सरकारी आतंक

देखें : माकपा की गुंडागर्दी

नंदीग्राम में सीपीएम सरकार की पुलिस ने जो बर्बर कार्रवाई की, वह अब खुल कर सामने आने लगी है. यह फ़िल्म उसी बर्बरता के बारे में है. इसके कई दृश्य आपको विचलित कर सकते हैं. आप इसे तभी देखें जब आप वीभत्स दृश्य देख सकने की क्षमता रखते हों. हम खुद शर्मिंदा हैं कि हमें ऐसे दृश्य आपको दिखाने पड़ रहे हैं, पर ये आज की हकीकत हैं. इनसे कैसे मुंह मोडा़ जा सकता है?