The Telegraph
NARESH JANA
A suspect being taken to court. Picture by Pradip Sanyal
Nandigram, March 18: The local CPM had plotted to regain lost ground in interior Nandigram villages through armed struggle ever since villagers opposed to land acquisition became more aggressive and marched to Khejuri, crossing the Talpatti canal early in February.
According to party insiders in Nandigram and Khejuri, some local CPM leaders played a key role in bringing in armed activists from outside under tremendous pressure from grassroots party workers, particularly those who fled their homes from about 24 villages in Nandigram after the Bhoomi Uchchhed Pratirodh Committee launched its movement.
Among those who took the most active part in mobilising the CPM action squads — popularly known as the Red Brigade — were a zonal committee member and two local committee secretaries in Nandigram.
“Police were mute spectators and pressure on the local leadership was mounting to do something drastic so that our comrades could return home,” said a party leader in Khejuri.
Gauging the mood, the district leadership tried to calm local leaders but in vain.
By the second week of February, thousands of Pratirodh Committee members marched across the Talpatti canal and drove away the CPM workers from villages on"
सीपीएम की क्रांति
Monday, March 19, 2007
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नंदीग्राम पर नयी फ़िल्म
यह फ़िल्म 14 मार्च की घटनाओं के सूक्ष्म विवरण के साथ आयी है.
देखें : नव उदारवाद का नया चेहरा बजरिये नंदीग्राम
देखें : विकास के नाम पर लोगों के उजड़ने की कहानी
उन्होंने मेरे पिता को टुकडों में काट डाला
देखें : न हन्यते
नंदीग्राम में 100 से ज्यादा लोग मारे गये हैं, 200 अब भी लापता हैं. वहां महिलाओं के साथ सीपीएम के कैडरों ने बलात्कार किया. बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया है. सीपीएम की इस क्रूरता और निर्लज्जता का विरोध होना चाहिए. हमें नंदीग्राम, सिंगूर और हर उस जगह के किसानों के आंदोलन का समर्थन करना चाहिए, जो अपनी जमीन बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. यह दस्तावेज़ी फ़िल्म किसानों के इसी संघर्ष के बारे में है. यह फ़िल्म नंदीग्राम के ताज़ा नरसंहार से पहले बनायी गयी थी.
नंदीग्राम में जनसंहार के बाद के द्श्य
यह फिल्म पुलिस द्वारा नंदीग्राम में बर्बर तरीके से की गयी हत्याओं एवं उनकी भयावहता व बर्बरता के बारे में है. इसके कई दृ़श्य विचलित कर देनेवाले हैं.
नंदीग्राम प्रतिरोध्
नंदीग्राम में सरकारी आतंक
देखें : माकपा की गुंडागर्दी
नंदीग्राम में सीपीएम सरकार की पुलिस ने जो बर्बर कार्रवाई की, वह अब खुल कर सामने आने लगी है. यह फ़िल्म उसी बर्बरता के बारे में है. इसके कई दृश्य आपको विचलित कर सकते हैं. आप इसे तभी देखें जब आप वीभत्स दृश्य देख सकने की क्षमता रखते हों. हम खुद शर्मिंदा हैं कि हमें ऐसे दृश्य आपको दिखाने पड़ रहे हैं, पर ये आज की हकीकत हैं. इनसे कैसे मुंह मोडा़ जा सकता है?
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